!! सा मा पा तू सरस्वती भगवती !!
नास्ति
विद्यासमो बन्धुर्नास्ति विद्यासमः सुहृत् । नास्ति विद्यासमं वित्तं नास्ति विद्यासमं
सुखम् ॥
छोटा ख्याल:
(स्थाई)
येरी आली पिया बिना सखी|
कलन परत मोहे घडी पल छीन दिन ||
(अन्तर)
जब से पिया परदेस गवन कीनो |
रतिया कटत मोहे तारे
गीन-गीन ||1||
(स्थाई)
| ग प
| स खि
नी निध प पम॑
| रे - सा -
| ग रे म॑ ग
| ग -
- -
ये
s री s
| आ s ली s | पि या बी न |
s s
s s
ग म॑ ग प
| म॑ ध प -
| नी ध प म॑
| ग रे सा -
क
ल न प
| र त मो हे |
घ डी प ल | छी न गि न
(अंतरा)
म॑ म॑ ग प
| म॑ ध प -
| सां -
- - | नी रें सां -
ज
ब से पि
| या s प र
| दे s स ग
| व न कि नो
नि रें गं रें
| सां नि ध प
| नि ध प म॑
| ग रे सा -
र
ति या क
| ट त मो हे
| ता s रे s
| गि न गि न
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