वीणाधरे विपुलमङ्गलदानशीले भक्तार्तिनाशिनि विरिञ्चिहरीशवन्द्ये । कीर्तिप्रदेऽखिलमनोरथदे महार्हे विद्याप्रदायिनि सरस्वतिनौमि नित्यम् ॥
आलाप (स्थाई और अंतरा )
(स्थाई)
येरी
आली पिया बिन सखी
१) सा
- नि - | ध़
ऩि सा - | ऩि रे ग रे
|
ऩि
रे सा -
२) ऩिरे गम॑ ग रे | ऩि रे सा - | ऩि रे ग रे
|
ऩि
रे सा -
३) ऩिरे गम॑ प
- | ग म॑ प - | म॑ध पम॑
ग रे | ऩि रे सा -
४) ऩिरे गम॑ ध नि | म॑ ध नि
- | ऩिरे गम॑ प म॑ |
ग रे सा -
(अन्तरा)
जब से पिया परदेस गवन कीनो ...
१) सां - नि - | ध नि सां - | नि रे ग म |ध
नि सां -
२) सां - निध पम | गम॑ धनि सां - | ध नि सां
रें | नि रें सां -
३) निरे गम॑ पम गम॑ | ध नि सां - | नि रें
गं रें | नि रें सां -
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